संघः मोलस्का (Mollusca)
इस समुदाय के जन्तु अधिकांश समुद्री, कुछ अलवणीय जल में और कुछ नम भूमि पर पाये जाते हैं। इन जन्तुओं का शरीर बहुत कोमल होता है। इसलिए इनका नाम मोलस्का पड़ा। सिर और पाद (foot) को छोड़कर जन्तु का सम्पूर्ण शरीर मैण्टल (mantal) नामक आवरण से घिरा होता है, अपने चारों ओर कैल्शियम युक्त कठोर आवरण का निर्माण करता है जिसे कवच (shell) संज्ञा प्रदान की गई है। कवच कोमल शरीर की रक्षा करता है। कुछ जन्तुओं (ऑक्टोपस) में कवच का अभाव होता है। इनमें प्रचलन हेतु एक चपटा, चौड़ा एवं पेशीयुक्त पाद होता है। रुधिर प्रायः रंगहीन होता है लेकिन कुछ जन्तुओं का रुधिर नीला या हरा होता है। श्वसन गिल्स या वायु कोषों (air sac) द्वारा होता है। ये अधिकांश एकलिंगी होते हैं। जैसे: घोंघा, सीपी (Unio), कौड़ी, सीपिया (Sepia), शंख, ऑक्टोपस, पर्ल ओइस्टर, यूनियो, स्कविडस (Squids), डेण्टैलियम (Dentalium), लैमेलीडेंस (Lamellidens), नॉटिलस, काइटन आदि ।